बिल्वपत्र का महात्म्य शिव महापुराण से ( Bilva Patra Ka Mahatmye)

बिल्वपत्र का महात्म्य शिव महापुराण से ( Bilva Patra Ka Mahatmye)

बिल्वपत्र का महात्म्य शिव महापुराण से ( Bilva Patra Ka Mahatmye)

दोस्तों आज हम बिल्वपत्र के महात्म्य के बारे में जानेंगे | इसका वर्णन शिवपुराण में बताया गया है |


1 . बिल्वपत्र महादेवस्वरूप है , देवो के द्वारा भी इसकी स्तुति की गई है |
2 . संसार में जितने भी प्रसिद्ध तीर्थ है , वे सब तीर्थ बिल्व के मूल में निवास करते है |


3 . जो पुण्यात्मा बिल्ववृक्ष के मूल में ( जड़ में ) भगवान महादेव की पूजा करता है , वह निश्चित रूप से शिव को प्राप्त कर लेता है |
4 . जो प्राणी बिल्ववृक्ष के मूल में शिव जी पर अभिषेक करता है , वह समस्त तीर्थो में स्नान करने का फल प्राप्त कर पृथ्वी पर पवित्र हो जाता है |


5 . जो व्यक्ति गंध-पुष्प आदि से बिल्ववृक्ष के मूल का पूजन करता है वह शिवलोक को प्राप्त करता है और उसके संतान और सुख की अभिवृद्धि होती है |
6 . जो मनुष्य बिल्ववृक्ष के मूल में आदरपूर्वक दीप माला का दान करता है , वह तत्वज्ञान से संपन्न होकर महादेव के सन्निध्ये को प्राप्त हो जाता है |


7 . जो पुरुष भक्तिपूर्वक बिल्ववृक्ष के नीचे एक शिव भक्त को भोजन कराता है , उसे करोड़ो मुनष्य को भोजन कराने का पुण्य प्राप्त होता है |
8 . जो बिल्ववृक्ष के नीचे दूध और घी से युक्त अन्न शिव भक्त को प्रदान करता है वह कभी दरिद्र नहीं रह सकता है |

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