Yugal Kishore ki Aarti Lyrics in Hindi | युगल किशोर हिंदी आरती
आरती श्री युगलकिशोर की कीजै
आरती युगल किशोर की कीजै, राधे धन न्यौछावर कीजै॥ टेक॥
रवि शशि कोटि बदन की शोभा, ताहि निरखि मेरा मन लोभा।
गौर श्याम मुख निरखत रीझै, प्रभु को स्वरूप नयन भर पीजै।
कंचन थार कपूर की बाती, हरि आये निर्मल भई छाती।
फूलन की सेज फूलन की माला, रतन सिंहासन बैठे नन्दलाला।
मोर मुकुट कर मुरली सोहै, नटवर वेष देखि मन मोहै।
आधा नील पीत पटसारी, कुञ्ज बिहारी गिरिवरधारी।
श्री पुरुषोत्तम गिरवरधारी, आरती करें सकल ब्रजनारी।
नन्द लाला वृषभानु किशोरी, परमानन्द् स्वामी अविचल जोरी।
आरती युगल किशोर की कीजै, राधे धन न्यौछावर कीजै।
श्री कृष्ण चालीसा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे और सम्पूर्ण चालीसा देखने के लिए यहाँ क्लिक करे | धन्यवाद